भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हक / ॠतुप्रिया

626 bytes added, 10:21, 8 जुलाई 2017
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ॠतुप्रिया |अनुवादक= |संग्रह=सपनां...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=ॠतुप्रिया
|अनुवादक=
|संग्रह=सपनां संजोवती हीरां / ॠतुप्रिया
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
बीनणी
सासरै में
कियां सोय सकै
नचीती होयर

सगळां रै
पैलै हेलै माथै पूगै
सैं सूं पैली

सगळा जतावै
आप-आपरौ हक
अर बीनणी
बिच्यारी
कियां लेवै जक।

</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits