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|रचनाकार=ॠतुप्रिया
|अनुवादक=
|संग्रह=सपनां संजोवती हीरां / ॠतुप्रिया
}}
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<poem>
आपां
कित्तौ चावां
अेक-दूजै नै
आपां नै
अेक-दूजै माथै
कित्तौ है बीसर
म्हूं थारी गणगौर
अर
थूं म्हारौ ईसर।
</poem>
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आपां
कित्तौ चावां
अेक-दूजै नै
आपां नै
अेक-दूजै माथै
कित्तौ है बीसर
म्हूं थारी गणगौर
अर
थूं म्हारौ ईसर।
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