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Kavita Kosh से
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मुझे साथ अपने जो ले चले मुझे उस जहाँ की तलाश है
नयी कोंपलों का को जो जन्म दे मुझे उस खिजाँ की तलाश है।
तेरा ये शहर भी अजीब है कि हवा भी है जहाँ क़ैद में