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/* प्रतिनिधि रचनाएँ */
* [[हमेशा है वस्ल-ए-जुदाई का धन्धा / ज़फ़र गोरखपुरी]]
* [[एक मुट्ठी एक सहरा भेज दे / ज़फ़र गोरखपुरी]]
* [[रौशनी परछाईं पैकर आख़िरी / ज़फ़र गोरखपुरी]] * [[अभी ज़िन्दा हैं हम पर ख़त्म कर ले इम्तिहाँ सारे / ज़फ़र गोरखपुरी]] * [[अपने अतवार में कितना बड़ा शातिर होगा / ज़फ़र गोरखपुरी]] * [[छत टपकती थी अगरचे फिर भी आ जाती थी नींद / ज़फ़र गोरखपुरी]] * [[फ़लक ने भी न ठिकाना कहीं दिया हम को / ज़फ़र गोरखपुरी]] * [[कैसी शब है एक इक करवट पे कट जाता है जिस्म / ज़फ़र गोरखपुरी]] * [[ख़त लिख के कभी और कभी ख़त को जला कर / ज़फ़र गोरखपुरी]] * [[कितनी आसानी से मशहूर किया है ख़ुद को / ज़फ़र गोरखपुरी]] * [[कोई आँखों के शोले पोंछने वाला नहीं होगा / ज़फ़र गोरखपुरी]] * [[मैं 'ज़फ़र' ता-ज़िंदगी बिकता रहा परदेस में / ज़फ़र गोरखपुरी]] * [[नहीं मालूम आख़िर किस ने किस को थाम रक्खा है / ज़फ़र गोरखपुरी]] * [[समुन्दर ले गया हम से वो सारी सीपियाँ वापस / ज़फ़र गोरखपुरी]] * [[शायद अब तक मुझ में कोई घोंसला आबाद है / ज़फ़र गोरखपुरी]] * [[शजर के क़त्ल में इस का भी हाथ है शायद / ज़फ़र गोरखपुरी]] * [[तन्हाई को घर से रुख़्सत कर तो दो / ज़फ़र गोरखपुरी]]* [[उसे ठहरा सको इतनी भी तो वुसअत नहीं घर में / ज़फ़र गोरखपुरी]]* [[ज़ेहनों की कहीं जंग कहीं ज़ात का टकराव / ज़फ़र गोरखपुरी]]