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Kavita Kosh से
6 से 14 जनवरी 2018 तक नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित होने वाले विश्व पुस्तक मेले में कविता कोश के स्वयंसेवक आपके लिए कई उपहार लेकर हाज़िर होंगे।हुए।
====कविता कोश कैलेण्डर 2018====
हमारे ऐसे ही एक अथक स्वयंसेवी कार्य का परिणाम है '''कविता कोश कैलेण्डर 2018'''। इस शानदार कैलेण्डर को आप सबके सामने रखते हुए हमें गर्व हो रहा है... कुमार अमित और शारदा सुमन इस कैलेण्डर परियोजना के सूत्रधार रहे हैं।
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हिन्दी साहित्य के बारे में शायद आज तक ऐसा भव्य कैलेण्डर नहीं बना है।
यह कैलेण्डर विश्व पुस्तक मेला (6 - 14 जनवरी 2018) में कविता कोश के स्टॉल और बाद में अमेज़ॉन पर ऑनलाइन भी उपलब्ध रहेगा। आप कविता कोश के लिए सहयोग राशि देकर रहा। हज़ारों व्यक्तियों ने इस कैलेण्डर को अवश्य लें। लेकर कविता कोश परियोजना को अपना समर्थन दिया। आपके द्वारा दिया गया आर्थिक सहयोग कविता कोश परियोजना के लिए ऑक्सीजन की तरह काम करता है।
यह कैलेण्डर दो रूपों में उपलब्ध होगारहा:
* दीवार कैलेण्डर
* टेबल कैलेण्डर
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स्थान: स्टॉल 22-24 हॉल 12<br>
समय: 6 से 14 जनवरी 2018 (सुबह 11 बजे से शाम 8 बजे तक)
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राहुल शिवाय द्वारा संपादित और कुमार अमित के बनाए कवर से सजा गीत संकलन "गीत गुनगुनाएँ फिर से" भी खरीद के लिए हमारे स्टॉल पर उपलब्ध होगा। रहा। नए काव्य रचनाकारों को प्रोत्साहन देने के लिए कविता कोश द्वारा प्रकाशित इस संकलन वरिष्ठ और नवोदित 80 गीतकारों को स्थान दिया गया है।
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[https://www.facebook.com/events/157455274888485/ फ़ेसबुक ईवेंट में अपने आगमन के बारे में बताएँ]
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कविता कोश इस ने विश्व पुस्तक मेले में दो शानदार कार्यक्रमों का आयोजन भी करेगा। पहला कार्यक्रम 7 जनवरी को 4:15 बजे होगा। इसमें मुक्तिबोध के व्यक्तित्व और कृतित्व पर एक चर्चा होगी। आयोजित की। इस चर्चा में [[लीलाधर मंडलोई|लीलाधर मंडलोई जी]], [[मदन कश्यप|मदन कश्यप जी]], [[सुमन केशरी|सुमन केशरी जी]] और [[अशोक कुमार पाण्डेय|अशोक कुमार पाण्डेय जी]] ने भाग लेंगे। लिया। चर्चा का संचालन सईद अय्यूब करेंगे।ने किया।
[[चित्र:Muktibodh-kavitakosh-event-ndwbf-2018.jpg|frame|center|link=]]
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समय: 13 जनवरी 2018 (शाम 6:00 से 7:30 तक)<br>
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कविता कोश सभी भाषाओं के काव्य का एक महासागर है... विभिन्न भाषाओं के प्रति अनुराग रखने वाले स्वयंसेवक कविता कोश के विभिन्न भाषा विभागों को परिवर्धित करते हैं। स्वयंसेवकों के इस श्रम को रेखांकित करने के लिए हम बहुत समय से एक कार्यक्रम करना चाहते थे जिसमें विभिन्न भाषाओं के गीतों की मिठास को एक साथ घोला जा सके।
इसी दिशा में एक छोटा-सा कदम बढ़ाते हुए हम हमनें विश्व पुस्तक मेले के दौरान "लोकरंग" नामक एक कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं जिसमें कविता कोश के स्वयंसेवक किया। इस कार्यक्रम में विभिन्न भाषाओं के गीतों/कविताओं का सस्वर पाठ करेंगे। किया गया। इसमें राजस्थानी, हरियाणवी, अंगिका, मैथिली, भोजपुरी, ब्रजभाषा, बज्जिका , पंजाबी और अवधी की रचनाओं का पाठ होगा। यक़ीनन यह कार्यक्रम मीठा होगा... आप 13 जनवरी को शाम 6 बजे प्रगति मैदान के हॉल 12 में उपस्थित रहें और इस मिठास का आनंद लें! हमारी कोशिश को समर्थन देने आइयेगा ज़रूर!हुआ।
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[[Category:कविता कोश]]
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