भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
|संग्रह=नई चेतना / महेन्द्र भटनागर
}}
[4] अपराजित
नव-सृजन की कामना को,
युग पुरानी साधना को,
मेटने वाली सुनी है क्या कहानी ?
Anonymous user