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ग़ालिब
,* [[बाद मरने के मेरे घर से यह सामाँ निकला / ग़ालिब]]
* [[बिजली इक कौंद गयी आँखों के आगे तो क्या / ग़ालिब]]
* [[बीम-ए-रक़ीब से नहीं करते विदा-ए-होश / ग़ालिब]]
* [[मस्ती ब-ज़ौक़-ए-ग़फ़लत-ए-साक़ी हलाक है / ग़ालिब]]