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Kavita Kosh से
और सब माथे पर लिखा है
क्रिकेट मैच हो रहे थे
एक उन्मत्त भीड़ थी
सर्द रात में बाहर फ्लाईओवरों फ़्लाईओवरों के नीचे रात ग्यारह बजे
भूखे बच्चे ठिठुर रहे थे