भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
* [[हर सू नहीं थे शूल,अभी कल की बात है / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[ज़ुल्म का सामना करे कुछ तो / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[दिल में जो मुहब्बत की रौशनी नहीं होती / हस्तीमल 'हस्ती']]
* [[ख़ुशबुओं से चमन भरा जाए / हस्तीमल 'हस्ती']]