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Kavita Kosh से
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एक नया ड्रामा शुरू हो गया है
शेक्सपियर चुरा कर ले भागे हैं
और सुखों की जगह
जनता बेचारी की किस्मत में अकस्मात् अंतहीन कष्टों की
उसके पीछे
भूत का कुआंँ
भविष्य की खाई है
हांँ, उसे इतनी सुविधा तो है कि