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/* नज़्में */
* [[फ़क़त ज़मान ओ मकाँ में ज़रा सा फ़र्क़ आया / शहराम सर्मदी]]
* [[मिरे अलावा सभी लोग अब ये मानते हैं / शहराम सर्मदी]]