भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
भाई, कविताएँ जोड़ते हुए, कृपया, प्रूफ़ की शुद्धि / अशुद्धि का भी ख़याल रखा करें। विगत 17 नवम्बर को आपने जोशना बनर्जी आडवानी की एक कविता जोड़ी है -- अंत्येष्टि से पूर्व। इस कविता के शीर्षक में ही वर्तनी की भूल है। आपने अंतयेष्टि लिखा है, जबकि लिखा जाना चाहिए -- अंत्येष्टि।इस एक ही कविता में वर्तनी की कम से कम पन्द्रह-बीस ग़लतियाँ थीं। इन ग़लतियों के साथ कविताएँ जोड़कर आप कविता कोश में अधूरा योगदान कर रहे हैं। अभी फिलहाल तो मैंने इस कविता की सभी आवश्यक ग़लतियों को सुधार दिया है। लेकिन आपसे अनुरोध है कि आगे से इसका ख़याल रखें।
सादर
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits