वो नहीं मेरा मगर उससे मुहब्बत है तो है{{KKGlobal}}ये अगर रस्मों, रिवाज़ों से बगावत है तो है {{KKParichay |चित्र=सच को मैने सच कहा, जब कह दिया तो कह दिया|नाम=दीप्ति मिश्रअब ज़माने की नज़र में ये हिमाकत है तो है |उपनाम= |जन्म= कब कहा मैनें कि वो मिल जाये मुझको, मै उसे |जन्मस्थान= गर न हो जाये वो बस इतनी हसरत है तो है |कृतियाँ= |विविध= जल गया परवाना तो शम्मा की इसमे क्या खता|जीवनी=[[दीप्ति मिश्र/ परिचय]]रात भर जलना-जलाना उसकी किस्मत है तो है |अंग्रेज़ीनाम=Deepti Mishra / dipti misra }}दोस्त बन कर दुष्मनों सा वो सताता है मुझेफ़िर भी उस जालिम पे मरना अपनी फ़ितरत * '''[[है तो है/ दीप्ति मिश्र]]''' (ग़ज़ल संग्रह)दूर थे और दूर हैं हरदम ज़मीनों-आसमाँ दूरियों के बाद भी दोनों में कुर्बत * [[है तो है/ दीप्ति मिश्र]]