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|चित्र=Vladimir-vysotskij.jpg
|नाम=व्लदीमिर विसोत्स्की
|उपनाम=Владимир Семёнович Высоцкий
|जन्मस्थान=मसक्वा, सोवियत संघ
|मृत्यु=25 जुलाई 1980
|कृतियाँ= मैं लौट आऊँगा (1988), गीत और कविताएँ (1989), एक चौथाई रास्ता (1989). लड़कियों के क़िस्से (1992), काली मोमबत्ती (2010), नैया का पाल (2012), चुनी हुई कविताएँ और कई रचनावलियाँ।
|विविध=सोवियत संघ का राजकीय पुरस्कार। प्रमुख सोवियत रूसी कवियों में एक मुख्य कवि। कविता के अलावा प्रसिद्ध सिने व नाट्य अभिनेता, प्रसिद्ध गायक। गिटार बजाकर ख़ुद अपने ही लिखे गीत गाते थे। शुरू में गलियों और सड़कों पर गाए जाने वाले लोकप्रिय गीत लिखे। बाद में इनके गीतों में उन सोवियत समस्याओं का प्रमुखता से ज़िक्र आने लगा, आम तौर पर सरकार और समाज जिनकी तरफ़ से आँखें मून्दे बैठे रहते थे। गीत-लेखक ने तीसरे दौर में विसोत्स्की ने इस तरह के गीत लिखे जो मानव मन की गहराइयों की बात करते हैं और किसी के भी मन को बुरी तरह से कचोटते हैं।
|जीवनी=[[व्लदीमिर विसोत्स्की / परिचय]]