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{{KKRachna
|रचनाकार=विजयशंकर चतुर्वेदी
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|संग्रह=
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{{KKAnthologyVarsha}}{{KKCatKavita}}<poem>
'''परदादा
वेदव्यास
मालपुए
कर्मकांड
दुनियादार
'''दादा
तुलसीदास
दूध-भात
खेती-पाती
समझदार
'''पिता
कार्ल मार्क्स
चना-चबेना
यूनियनबाजी
कलाकार
'''मैं
बेक़िताब
भुखमरी
बेरोज़गारी
कर्ज़दार
'''(मशहूर अमेरिकी कवयित्री हाना कान के असर में। २४ दिसम्बर, २००६ को रचित)'''
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