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{{KKLokRachna|रचनाकार=अज्ञात}}{{KKLokGeetBhaashaSoochi|भाषा=खड़ी बोली}}
'''मनिहार कृष्ण <br>'''
ब्रज चूड़ी बेचने आया ।<br>
नटवर नै भेस बनाया……<br>