भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

यही बेहतर है / जेम्स फ़ेंटन

1,200 bytes added, 09:18, 21 सितम्बर 2008
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKAnooditRachna |रचनाकार=जेम्स फ़ेंटन |संग्रह=जेम्स फ़ेंटन चुनिंदा क...
{{KKGlobal}}
{{KKAnooditRachna
|रचनाकार=जेम्स फ़ेंटन
|संग्रह=जेम्स फ़ेंटन चुनिंदा कविताएँ / जेम्स फ़ेंटन
}}
एक विधवा के लिए

यही बेहतर है कि वह

अफ़सोस के डर के साथ

ज़िदगी न बसर करे

एक नौजवान के लिए

यही बेहतर है कि वह

घूम सके आर्मचेयर में

बड़ी उदारता के साथ

रात की मद्धिम रोशनी में झुकी हुई

इन आकृतियों के लिए भी

यही बेहतर है कि उनको भूत न समझें

इनके लिए भी बेहतर है कि ये

घर के लिए रुख़सत कर दें

बस इंतज़ार में है

और ऊपर के टेरिस में बैठे

काम करने वाले

तोड़ रहे हैं

मृत लोगों के घरों को