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|रचनाकार=अनामिकाअरुंधती सुब्रमण्यम|अनुवादक=अनामिका
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(अरुंधती सुब्रमण्यम की कविता)
 
तीस तक
मध्यच्छद
लंगर!
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( अनुवाद : अनामिका )
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