भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
हम कितना आतंक सहते हैं, चित्तीदार पत्ती,
यहाँ तक कि अगस्त में, शुरुआती अन्धेरे में गिरते हुए मेपल के लाल पत्‍तों के लिए;
मैं जिम्मेदार ज़िम्मेदार हूँ
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : ओम निश्चल'''
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits