भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
/* ग़ज़लें */
* [[देस में भी हूँ मिस्ले परदेसी / सुरेश सलिल]]
* [[आ जाओ, तुम्हारी ही राह देख रहा था / सुरेश सलिल]]
* [[सूखते हैं जाल मीनल / सुरेश सलिल]]
* [[नदी के घाट पर जब तुम मिले थे / सुरेश सलिल]]