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Kavita Kosh से
वो मुझसे कहते हैं कि तुम एक शैतान आदमी हो
और मैं उनकी बात का भरोसा कर लेता हूँ
क्योंकि मैंने तुम्हारी उनकी लम्पट औरतों को गैस बत्तियों के नीचे
खेत मज़दूरों को फुसलाते-फंसाते देखा है
लपलपाती जीभ वाले डरावने कुत्ते की तरह हमला करने को तैयार
खुले सिर वाले
बेलचे चलाते हुए
ख़ाका तैयार करते हुए
जो बनाते हैं, तोड़ते हैं, और फिर से बनाते हैं