भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
वो मुझसे कहते हैं कि तुम एक शैतान आदमी हो
और मैं उनकी बात का भरोसा कर लेता हूँ
क्योंकि मैंने उनकी लम्पट औरतों को गैस -बत्तियों के हण्डों के नीचे
खेत मज़दूरों को फुसलाते-फंसाते देखा है
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,379
edits