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Kavita Kosh से
मैले आफ्नो हृदयभित्रैबाट बुझेँ
प्रेम मर्न सक्छ।
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'''[[कितने भारी हैं ये दिन / हरमन हेस|इस कविता का हिन्दी अनुवाद पढ्ने के लिए यहाँ क्लिक करेँ]]'''
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