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Kavita Kosh से
बर्थडे से पहले
मेरी माँ को भी याद आ जाता है ये सब-कुछ
उन मुग्धकरने वाले , दूधिया झरनों का पानी,
कभी समाप्त नहीं होता,
कभी नहीं।