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Kavita Kosh से
नीति की बात ये कर रहा था कि,
#सिर्फ़ चंद्रबिंदु जहाँ बिंदु की जगह इस्तेमाल हुआ है उसे ही सुधारा जाए।
#इस वास्ते एक साँचा बनाया जाए, जो सिर्फ़ एक छोटा सा निशान हो, जो कि हर उस पन्ने पर टाँका जाए जिसे जाँच लिया गया है। हर पन्ने से मतलब, पहले कविता पर, फिर संग्रह के अनुक्रम पर, फिर कवि के पन्ने पर।
#वर्तनी मानक वाले पन्ने में चंद्रबिंदु की ग़लती के बारे में बताया जाए, और
##अनुस्वार जब अनुनासिक अक्षरों के अर्धरूप को दर्शाता है, उस नियम को वापस से जोड़ें, और ये काटे की हमें कण्ठ की बजाए कंठ लिखना चाहिए वग़ैरा।
#योगदान कैसे करें वाले पन्ने में ये बात लिखी जाए: कि जो छपा हुआ है, वही जस का तस टाइप करें, पर वर्तनी मानक वाले पन्ने को पहले पढ़ें और अगर छपाई में कुछ ऐसा है जो मानक के मुताबिक नहीं है तो मानक को तरजीह दें।
#जितनी कविताएँ आज की तारीख़ में कोश पर हैं उनको ही चैक किया जाए, और जब ये काम पूरा हो जाए, तब वो साँचा मिटा दिया जाए, इस उम्मीद के साथ कि आगे हम ग़लती नहीं करेंगे।
आपकी और दूसरों की राय चाहिए।
[[सदस्य वार्ता:Sumitkumar kataria|वार्ता]] --[[सदस्य:Sumitkumar kataria|Sumitkumar kataria]] १३:२१, १६ अप्रैल २००८ (UTC)
== ==
ललित जी, आप बेरुख क्यों हो रहे हैं, आप मुझे हमेशा जवाब भेजते थे। मैंने बाक़ी मैंम्बरों को चंद्रबिंदु की ग़लती को ठीक करने के लिए राज़ी कर लिया है। मुझे लगा आपके पास वक़्त नहीं था जो बिना कुछ बोले उस पन्ने को ठीक कर दिया। प्रतिष्ठा जी ने ये काम शुरु कर दिया है, मैं थोड़ी-सी नीति बना कर काम करने की सोच रहा हूँ, जो आपके बग़ैर तो हो ही नहीं सकता। [[सदस्य:Sumitkumar kataria|Sumitkumar kataria]] १३:११, १५ अप्रैल २००८ (UTC)
== मेरी फालतू तारीफ़ मत करो ==
कुछ करिये!...पर मैं कि कित्ता सी? मैंने "पहले से मौजूद सामग्री की प्रूफ़-रीडिंग में महत्वपूर्ण भूमिका" निभा डाली और मुझे मालूम ही नहीं?
मैं जो कविताएँ पड़ता हूँ, उनमें हिज्जों की कोई ग़लती दिखे तो ठीक करके ऐडिट समरी में "हिज्जे ठीक किए" डाल देता हूँ, जो कि मैंने मुट्ठी भर कविताओं में किया है। कहीं समरी में "प्रूफ़रीड किया" डाला है, वो उनमें जो मैंने ही पहले टाइप की थी, और जल्दबाज़ी मे (आलस के साथ) छपाई का टंकाई से मिलान कराने की ज़हमत नहीं उठाई। तिस पर जब दुबारा पन्ने में बदलाव करता तो इस मुगालता से "प्रूफ़रीड किया है" लिखता कि मैं ज्ञानपीठ वालों से ज़्यादा अच्छा प्रूफ़रीडर हूँ। वो ऐसे गधे हैं जिनके बारे में बारे में तफ़सील में जानने के लिए [[सदस्य:Hemendrakumarrai|यहाँ पर]] जाइए। सो ये प्रूफ़रीड वाली बात तो आप मिटाइए।
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