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<poem>
वे पिछले कुछ दिनों से तानाशाह को हटाने
के कारोबार में लगे थे ।

वे सुबह ही निकल जाते थे ।

यह स्वतन्त्रता के लिए घर से निकलना था ।

कुछ लोग टिफ़िन लेकर जाते थे ।

पूरे दिन लड़ना है तो दोपहर का खाना लेकर
निकलना चाहिए ।

लेकिन यह शाम को न लौटने के लिए जाना
था ।

यह तीसरे दिन भी न लौटने के लिए जाना
था ।

यह बदलाव के लिए मारे जाने के लिए जाना
था — शहर के चौक की तरफ़ दोपहर का खाना
लेकर ।
</poem>
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