भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
/* कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ */
*[[क्या तुम्हें दूँ मीत मेरे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]
*[[मेरे आगे हार गई थी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]
*[[किनारों पर आकर भी (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]
*[[अब सोचा है (मुक्तक) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]
====दोहे====