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Kavita Kosh से
अगर मेरे पास होते कढ़े हुए स्वर्ग के कपड़े
सोने और दूधिया चांदी से जड़े हुए
नीले , धुन्धले और श्याम वर्ण आसमान के लिएरात , दिन, उषा और गो धूलि के रंग लिए
उन अनमोल कपड़ों को भी बिछा देता तुम्हारे पाँव तले