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* [[ये इत्र बे-ज़ियाँ नहीं नसीम-ए-नौ-बहार की / इक़बाल सुहैल]]
* [[ज़बानों पर नहीं अब तूर का फ़साना बरसों से / इक़बाल सुहैल]]
* [[असीरों में भी हो जाएँ जो कुछ आशुफ़्तान रहा ज़ौक़-ए-रंग-ओ-बू मुझ को / इक़बाल सुहैल]]* [[अंजाम-ए-वफ़ा भी देख लिया अब किस लिए सर पैदा ख़म होता है / इक़बाल सुहैल]]* [[वो सामने जब आ जाते हैं सकते का सा आलम होता है / इक़बाल सुहैल]]