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{{KKRachna
|रचनाकार=तादेयुश रोज़ेविच
|अनुवादक=असद ज़ैदी
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
मृतकों को याद है
हमारी बेरुख़ी
मृतकों को याद है
हमारी ख़ामोशी
मृतकों को याद हैं
हमारे शब्द
मृतक देखते हैं
हा हा करके हँसते हमारे थोबड़े
मृतक देखते हैं
आपस में हमारे रगड़ खाते जिस्मों को
मृतक सुन रहे हैं
हमारी चलती हुई ज़बानें
मृतक पढ़ते हैं हमारी किताबें
सुनते हैं बहुत पहले दिए हुए
हमारे भाषण
मृतक हमारे व्याख्यानों को जाँचते हैं
शामिल हो जाते हैं अधूरी रह गई
बहसों में
मृतक देखते हैं ताली बजाने को तैयार
हमारे हाथ
मृतक देखते हैं स्टेडियमों
कलाकार मण्डलियों और वृन्दगान समूहों को जयजयकार करते
तमाम ज़िन्दा लोग गुनाहगार हैं
छोटे बच्चे
जिन्होंने गुलदस्ते पेश किए
गुनाहगार हैं
प्रेमीजन गुनाहगार हैं
कविगण गुनाहगार हैं
गुनाहगार हैं जो भाग गए
गुनाहगार हैं जो रुके रहे
गुनाहगार हैं वे, जिन्होंने कहा था, — हाँ
और वे, जिन्होंने कहा था, — नहीं
और वे, जिन्होंने कुछ नहीं कहा
मृतक हिसाब रख रहे हैं जीवितों का
मृतक नहीं होने देंगे हमें दुबारा से आबाद
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : असद ज़ैदी'''
</poem>
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|रचनाकार=तादेयुश रोज़ेविच
|अनुवादक=असद ज़ैदी
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}}
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<poem>
मृतकों को याद है
हमारी बेरुख़ी
मृतकों को याद है
हमारी ख़ामोशी
मृतकों को याद हैं
हमारे शब्द
मृतक देखते हैं
हा हा करके हँसते हमारे थोबड़े
मृतक देखते हैं
आपस में हमारे रगड़ खाते जिस्मों को
मृतक सुन रहे हैं
हमारी चलती हुई ज़बानें
मृतक पढ़ते हैं हमारी किताबें
सुनते हैं बहुत पहले दिए हुए
हमारे भाषण
मृतक हमारे व्याख्यानों को जाँचते हैं
शामिल हो जाते हैं अधूरी रह गई
बहसों में
मृतक देखते हैं ताली बजाने को तैयार
हमारे हाथ
मृतक देखते हैं स्टेडियमों
कलाकार मण्डलियों और वृन्दगान समूहों को जयजयकार करते
तमाम ज़िन्दा लोग गुनाहगार हैं
छोटे बच्चे
जिन्होंने गुलदस्ते पेश किए
गुनाहगार हैं
प्रेमीजन गुनाहगार हैं
कविगण गुनाहगार हैं
गुनाहगार हैं जो भाग गए
गुनाहगार हैं जो रुके रहे
गुनाहगार हैं वे, जिन्होंने कहा था, — हाँ
और वे, जिन्होंने कहा था, — नहीं
और वे, जिन्होंने कुछ नहीं कहा
मृतक हिसाब रख रहे हैं जीवितों का
मृतक नहीं होने देंगे हमें दुबारा से आबाद
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : असद ज़ैदी'''
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