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* [[प्राणों में ताप भर दे वो राग लिख रहा हूँ / डी. एम. मिश्र]]
* [[आइने में खरोचें न दो इस क़दर / डी. एम. मिश्र ]]
* [[तमाशा देखना हो तो ज़माना दौड़ आता है / डी. एम. मिश्र]]
* [[सत्ता की कामयाबियों में देखिये उसे / डी. एम. मिश्र]]
* [[बुझे न प्यास तो फिर सामने नदी क्यों है / डी. एम. मिश्र]]
* [[भेदे जो बड़े लक्ष्य को वो तीर कहाँ है / डी. एम. मिश्र]]
* [[अमीरी है तो फिर क्या है हर इक मौसम सुहाना है / डी. एम. मिश्र]]
* [[रोज़ किसी की शील टूटती पुरूषोत्तम के कमरे में / डी. एम. मिश्र ]]
* [[नम मिट्टी पत्थर हो जाये ऐसा कभी न हो / डी. एम. मिश्र ]]