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{{KKRachna
|रचनाकार=संतोष अलेक्स
|अनुवादक=
|संग्रह=पांव तले की मिट्टी
}}
{{KKCatGeet}}
<poem>
उसे जब
फूलों के आत्महत्या करने की खबर मिली
तो उसने यह खबर
स्कूल के छात्रों को
कॉलेज के छात्रों को
मूंगफली बेचते बच्चों को
ट्रॉफिक पुलिस को
गुब्बारे बेचनेवाले को
प्रेमी व प्रेमिका को
कार पार्क कर शापिंग मॉल की ओर जा रहे
दंपतियों को दी
किसी ने भी प्रतिक्रिया नहीं दी
‘मेरे आने के बाद आत्महत्या करना’-
फूलों से ऐसा कहकर वह चला गया
दूसरे दिन सुबह
उसके घर की ओर उमड़ रही भीड़ में
फूल भी शामिल हो गए
</poem>
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|रचनाकार=संतोष अलेक्स
|अनुवादक=
|संग्रह=पांव तले की मिट्टी
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उसे जब
फूलों के आत्महत्या करने की खबर मिली
तो उसने यह खबर
स्कूल के छात्रों को
कॉलेज के छात्रों को
मूंगफली बेचते बच्चों को
ट्रॉफिक पुलिस को
गुब्बारे बेचनेवाले को
प्रेमी व प्रेमिका को
कार पार्क कर शापिंग मॉल की ओर जा रहे
दंपतियों को दी
किसी ने भी प्रतिक्रिया नहीं दी
‘मेरे आने के बाद आत्महत्या करना’-
फूलों से ऐसा कहकर वह चला गया
दूसरे दिन सुबह
उसके घर की ओर उमड़ रही भीड़ में
फूल भी शामिल हो गए
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