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Kavita Kosh से
वे कहते —
तुम्हारा पहली ग़लती, तुम लड़की हो
दूसरी —तुम — तुम काली हो तीसरी —कविता — कविता लिखती हो चौथी —तुम — तुम भेड़ियों के शहर में
एक अच्छी बेवक़ूफ़ भेड़ नहीं बन सकी