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/* कुछ प्रतिनिधि ग़ज़लें */
* [[ऐ हुस्न-ए-बेपरवाह तुझे शबनम कहूँ शोला कहूँ / बशीर बद्र]]
* [[ऐसा लगता है ज़िन्दगी तुम हो / बशीर बद्र]]
* [[उस दर का दरबान बना दे या अल्लाह / बशीर बद्र]]
* [[भीगी हुई आँखों का ये मन्ज़र न मिलेगा / बशीर बद्र]]
* [[भूल शायद बहुत बड़ी कर ली / बशीर बद्र]]