भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
/* कुछ प्रतिनिधि ग़ज़लें */
* [[छिपाना भी बहुत मुश्किल, दिखाना भी बहुत मुश्किल / मधु शुक्ला]]
* [[बैठ खिड़की पर अकेली सोचती चिड़िया / मधु शुक्ला]]
* [[प्रश्न फिर लेकर खड़ी है ज़िन्दगी / मधु शुक्ला]]
====छन्दमुक्त कविताएँ====