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किनकी,
म लीसाको गुरूआमा हुँ ।
०००
[[लीसा / गीता त्रिपाठी / सुमन पोखरेल|इस कविता का हिंदी अनुवाद पढ्ने के लिए यहाँ क्लिक करें]]
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