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कान / को उन / अनिल जनविजय

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<poem>
दूसरी दुनिया से
कोई आ रहा है

रात में बारिश
फुफकार रही है

अब कोई
जा रहा है वहाँ

दोनों का मिलना
तय है ।
</poem>
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