भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
मोमिन स्वाभिमानी और संस्कारी थे। उन्हें सबकी इज्जत और प्यार हासिल था। उन्होंने अपनी मृत्यु की भविष्यवाणी ख़ुद ही की थी। वह अच्छे ज्योतिष तो थे ही, अत: उन्होंने बताया कि अब से पाँच दिन, पाँच सप्ताह, पाँच महीने अथवा पाँच वर्ष के बाद मैं दुनिया से कूच कर जाऊँगा। इस भविष्यवाणी के ठीक पाँच महीने बाद उनका इंतकाल हो गया।
::::: मुझे जन्नत में सनम न मिला
::::: हश्र और एक बार होना था
</poem>