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विश्वेश्वराय वरदाय सुराधिपायसुरप्रियाय ,
लंबोदराय सकलाय जगध्दिताय।
नागाननाय सितसर्पविभूषायश्रुतियग्यविभुसिताय,
गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते॥
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