भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
}}
<sort order="asc" class="ol">
* [[दिन भी दराज़ रात भी क्यों है फ़िराके-यार में / मोमिन]]
* [[न देना बोसा-ए-पा गो फ़लक झुकता ज़मीं पर है / मोमिन]]
* [['मोमिन' सू-ए-शर्क़ उस बुते-क़ाफ़िर का तो घर है / मोमिन]]