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कविता / धूमिल

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लगातार बारिश में भीगते हुए
उसने जाना कि हर लड़की
तीसरे गर्भापात गर्भपात के बाद
धर्मशाला हो जाती है और कविता
हर तीसरे पाठ के बाद
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