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Kavita Kosh से
गुफ्तगू वो के तू सब जान गया और मैं खामोश यहाँ हूँ.
मैं कविता प्रेम के कारण ही यहाँ तक आ पहुँचा हूँ.
एक अत्यंत शुरुआती प्रयास के तहत एक ब्लॉग भी लिखता हूँ, पता है
http://www.sachmein.blogspot.com/
आप लोगो का सानिध्य मिला तो शायद कुछ सीख जाऊं, इसी आशासे प्रयासरत रहूँगा.
अनेक शुभकामनाओ सहित,
कुश