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Kavita Kosh से
समझदारी में
प्रवेश की तैयारी में
वक़्त से बहुत पहले चली आई मिलेगी
बचकाना क़रार देती
आरोहण स्थगित् स्थगित कर
ढलान उतरता मिलेगा आरोही
बचपन का दोस्त
लाचारियाँ गढ़ता मिलेगा
दोस्तों की कठिनाएयों कठिनाइयों में
यहाँ देखेंगे आप
यहाँ जब आप
सोच रहे होंगे कि अभी
देर त्अक तक बरक़रार रहेगी सामर्थ्य
उतर आएगी
असमर्थता
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