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* [[वो ग़ज़ल वालों का उस्लूब समझते होंगे / बशीर बद्र]]
* [[वो महकती पलकों की ओट / बशीर बद्र]]
* [[वो थका सब कुछ खाक हुआ मेरी बाहों में है लेकिन / बशीर बद्र]]
* [[याद किसी की चाँदनी बन कर / बशीर बद्र]]
* [[ये चाँदनी भी जिन को छूते हुए डरती है / बशीर बद्र]]
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