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Kavita Kosh से
जो कहते कमाया है मैंने बहुत नाम
वो भी...जो बचपन के हमउम्र हमराज़
बेरोज़गारी में काटे हैं सब शाम
कि मुन्ना तू अब तो बड़ा आदमी है
कहीं भी लगा दो दिला दो कोई काम