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|रचनाकार=लुई आरागों
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वर्षा से धुले गगन को भी ईर्ष्यालू करें
काँच की कोर नीलाभ नहीं जितनी तेरी नीली पुतली
[[चित्र:Triolet.jpg]]
एल्सा त्रिओले
एक ही गान में समा जाए फागुन की व्यथा कथा गहरी