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Kavita Kosh से
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मैं चमत्कारों के बीच नाचता हूँ
हज़ारों सूर्य रंगते हैं आकाश
अपनी निगाहों से मुझे देते हैं आकार
राहों पर जैसे रोया हो तेल
सायबान के बाद से खोया है खूँनख़ून
ऐसे में कूदता हूँ एक दिन से दूसरे तक
और आगे दौड़ने का आनन्दमयी संकट
मैं जलूँगा जलूंगा रोशनी की आग से
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'''मूल फ़्रांसिसी से अनुवाद : हेमन्त जोशी