भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
<poem>
बिल्ली बहुत मोटा जीव है
गरदन उसकी सिर से जुड़ी है
और जब सोचती है वह
आँख की दीवार तक पहुँचती है
</poem>