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Kavita Kosh से
some small fixes to words
क्षमाशील हो रिपु-समक्ष<br>
तुम हुये विनीत विनत जितना ही<br>
दुष्ट कौरवों ने तुमको<br>
कायर समझा उतना ही।<br><br>
जिसके पास गरल हो<br>
उसको क्या जो दंतहीन<br>
विषरहित, विनीत, विरल सरल हो ।<br><br>
तीन दिवस तक पंथ मांगते<br>