भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

शाकुंतलम / के० सच्चिदानंदन

3 bytes added, 18:04, 6 अप्रैल 2009
शेर के मुँह में अपना हाथ डालकर
'''मूल मलयालम से स्वयं कवि द्वारा अंग्रेजी में अनूदित. अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद: व्योमेश शुक्ल